यदि आप EPFO Subscriber है तो आपको Higher Pension Yojana 2023 के विषय में जरूर जानना चाहिए। यह लेख उन सभी के लिए फायदेमंद है जो अभी-अभी किसी कंपनी में ज्वाइन हुए अथवा पहले से कार्य कर रहे है।
यहाँ हमने EPFO, PF तथा EPS को पूरी तरह विस्तार से समझाया है। साथ ही हमने Higher Pension Option के लाभ, पात्रता एवं इसमें कैसे आवेदन करे आदि की प्रक्रिया भी बतायी है।
EPFO Higher Pension Scheme Application Last Date 26 June 2023 है।
EPFO Higher Pension Yojana से पहले आप EPS को समझे
इस Scheme को पूरी तरह समझने के लिए आपको EPFO का थोड़ा इतिहास पता होना चाहिए, यदि आप एक कंपनी में काम करने जा रहे है अथवा ज्वाइन है तो अवश्य जानना चाहिए।
देश के कर्मचारी देश के सञ्चालन में एक महत्वपूर्ण योगदान देते है। अतः उनके Retirement के समय पर उनके जीवन व्यापन को सरल व सुगम बनाना आवश्यक है।
इसलिए भारत सरकार द्वारा 1952 में Employees’ Provident Fund Organization (EPFO) को बनाया गया जो उनके Retirement Benefit जैसे PF, Insurance व Beema को मैनेज करता है।
इसी EPF Act के अंतरगत 1995 में Employee Pension Scheme (EPS) को लाया गया। यह कर्मचारी को Pension के लिए एक Investment सुविधा प्रदान करता है।
वर्ष 2014 से जो भी कर्मचारी जिनकी सैलरी रु15000 है उन्हें EPS से जुड़ना अनिवार्य है। वही जिनकी High Salary है अर्ताथ रु15000 से अधिक उन्हें EPS को Optional रखा गया है।
इस EPF/EPS के अंतर्गत एक Employee को अपने Basic Salary+Dearness Allowance (DA) का 12% रकम EPF में Deduct करना होता है।
वही Employer को कर्मचारी के Basic Salary+DA का 12% जिसमे 3.67% PF के रूप में एवं 8.33%
आप निचे बताये गए Salary Slip के उदाहरण से यह समझ सकते है कि आपके Employer एवं आपका EPF तथा EPS में कितना कंट्रीब्यूशन होता है।
PF का Calculation: Employee's PF Contribution= 12% (Basic Salary+DA) Employer's PF Contribution = 3.67% (Basic Salary+DA)
EPS का Calculation: Employee's EPS Contribution= 0 Employer's EPS Contribution = 8.33 % (Basic Salary + DA)
ध्यान दें Pension एवं PF अलग है। आप EPS से जुड़ते है तो रिटायरमेंट के बाद जमा EPF+EPS+Interest से प्रतिमाह एक फिक्स रकम आपको पेंशन के रूप में दी जाती है।
यह प्रतिमाह पेंशन रिटायरमेंट से पहले के1 साल के Basic Salary+DA का 50% होता है।
Bottom Line: अब यदि आपने EPF, EPS को समझ लिया तो अब आपको Higher Pension Scheme को समझना चाहिए। साथ इसके किन कारणों से Employees द्वारा Case किया गया वह भी समझेंगे।
आखिर EPFO Higher Pension Scheme क्या है?
यह EPFO Higher Pension Scheme किसी प्रकार की Yojana/Govt Scheme नहीं है। यह केवल EPFO के अंतर्गत EPS 95 का Employee के लिए Pension Option है।
- EPFO Higher Pension Schem: EPF प्रणाली के भीतर एक सरकार समर्थित नई योजना है।
- अतिरिक्त योगदान: EPF मेंबर नियमित योगदान से अलग Higher Pension में अपने पेंशन फंड में अधिक धनराशि का योगदान करना चुन सकते हैं।
- बढ़ी हुई पेंशन: भाग लेकर, सदस्य अपनी मासिक पेंशन राशि को EPS द्वारा प्रदान किए गए मानक से अधिक बढ़ा सकते हैं।
- अलग पेंशन फंड: अतिरिक्त योगदान मौजूदा फंड में नहीं जोड़ा जाता है बल्कि एक अलग पेंशन फंड में चला जाता है।
- निवेश और ब्याज: अलग फंड में निवेश किया जाता है, और यह समय के साथ ब्याज जमा करता है।
- Accumulation में वृद्धि: अतिरिक्त योगदान और ब्याज से बड़ी पेंशन फण्ड की तरह इकठ्ठा होता है।
- बड़ा मासिक भुगतान: रिटायरमेंट के दौरान, इस बड़े संचय के परिणामस्वरूप अधिक मासिक पेंशन प्राप्त होता है।
- वित्तीय सुरक्षा: EPF Higher Pension Yojana सदस्यों को अतिरिक्त आय स्रोत प्रदान करके अधिक वित्तीय रूप से आरामदायक रिटायरमेंट सुरक्षित करने में मदद करती है।
EPF Higher Pension calculation formula
2014 से पहले सेवानिवृत्त लोगों के लिए ईपीएफ पेंशन फॉर्मूला:
ईपीएफओ छोड़ने से पहले 12 महीनों में औसत मासिक वेतन के आधार पर पेंशन।
2014 के बाद सेवानिवृत्त लोगों के लिए ईपीएफ पेंशन फॉर्मूला:
ईपीएफओ छोड़ने से पहले 60 महीनों में औसत मासिक वेतन के आधार पर पेंशन।
वर्तमान ईपीएस पेंशन गणना फॉर्मूला:
पेंशन = (60 महीने का औसत वेतन x सेवा अवधि) / 70.
EPFO Higher Pension Yojana में Apply कैसे करे
ईपीएस-95 के तहत उच्च पेंशन के लिए ईपीएफ में संयुक्त विकल्प ऑनलाइन पेंशन फॉर्म के लिए आवेदन करने के लिए:
- ईपीएफओ यूनिफाइड मेंबर पोर्टल पर जाएं।
- “उच्च वेतन पर पेंशन: 3 मई, 2023 तक ईपीएस-1995 के पैरा 11(3) और पैरा 11(4) के तहत संयुक्त विकल्प का प्रयोग” पर क्लिक करें।
- फॉर्म को अपने विवरण के साथ पूरा करें और सबमिट करें।
- फील्ड अधिकारी प्रपत्रों का सत्यापन करते हैं, वेतन डेटा को कार्यालय रिकॉर्ड के साथ क्रॉस-चेक करते हैं।
- डेटा के मिलान से आरपीएफसी-II/आरपीएफसी-I/एपीएफसी द्वारा उचित गणना और जमा/हस्तांतरण आदेश प्राप्त होते हैं।
- विसंगतियों के बारे में APFC/RPFC-II के माध्यम से नियोक्ता और कर्मचारी को सूचित किया जाता है, जिससे सुधार के लिए एक महीने का समय मिलता है।
- यदि नियोक्ता संयुक्त विकल्प को अस्वीकार कर देता है, तो उन्हें कर्मचारियों को सूचित करते हुए सुधार के लिए एक महीने का समय मिलता है।