महात्मा गांधी का जीवन परिचय

Mahatma Gandhi Ka Jivan Parichay – महात्मा गांधी की जीवनी,जीवन परिचय, निबंध (जन्म, मृत्यु, हत्या)

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Mahatma Gandhi Ka Jivan Parichay: तो साथियों कैसे हो आप सब आशा करते हैं अच्छे होंगे आज का यह आर्टिकल महात्मा गांधी का जीवन परिचय के बारे में होगा आप यदि महात्मा गांधी जी के बारे में जानना चाहते हैं

या निबंध लिखना चाहते हैं या उनके परिवार के बारे में आप जानना चाहते हैं तो Mahatma Gandhi Ka Jivan Parichay पोस्ट को आप ध्यान पूर्वक से पढियेगा |
आपको बहुत कुछ इससे सीखने को मिलेगा (जन्म, मृत्यु, हत्या) क्योंकि महात्मा गांधी जी के बारे में और गाँधी जी ने बहुत संघर्ष किया है इस संघर्ष की वजह से हम अंग्रेजों की गुलामी से आजाद है नहीं हम आज किसी अंग्रेज के यहां गुलामी कर रहे होते।

तो आप महात्मा गांधी जी जैसे महान पुरुष एवं उनके सहयोगी मित्रों के बारे में विस्तार पूर्वक से भी जानेंगे इससे पहले हम महात्मा गांधी जी का जीवन परिचय विस्तार पूर्वक से जान लेते हैं

Mahatma Gandhi short biography in Hindi

Mahatma Gandhi short biography in Hindi: महात्मा गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 869 में हुआ था गुजरात के पोरबंदर जिला में इनका माता जी का नाम पुतलीबाई था और इनके पिताजी का नाम करमचंद गांधी था और महात्मा गांधी जी की बचपन में ही शादी कर दी गई थी जब गांधी जी की उम्र 13 वर्ष की थी

तब इनकी शादी हो गई थी और गांधीजी के चार बच्चे थे हरिलाल मणिलाल रामदास देवदास और उनकी एक पुत्री थी पुत्री का नाम राजकुमारी अमृत था

और गांधी जी का धर्म हिंदू था और उन्होंने अपने जीवन काल में अन्य नाम प्राप्त किए जैसे कि राष्ट्रपिता बापू महात्मा गांधी जी और इनका असली नाम मोहनदास करमचंद गांधी था आजादी के पश्चात 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने गांधी जी को गोली मारकर हत्या कर दी थी।

Mahatma Gandhi ka jivan Parichay

गांधीजी किस नाम से पुकारे जाते हैंराष्ट्रपिता, बापू, महात्मा, गाँधी जी
गाँधी जी का पूरा नाममोहनदास करमचन्द गाँधी
जन्म2 अक्टूबर, 1869
जन्म स्थानपोरबन्दर ( गुजरात )
मातापुतलीबाई
पिताकरमचन्द गाँधी
विवाहमई 1883
पत्नीकस्तूरबा माखनजी
शिक्षाबैरिस्टर 1891
महात्मा गांधी की बेटी का नाम राजकुमारी अमृत था
बच्चेचार पुत्र ( हरीलाल, मणिलाल, रामदास, देवदास )
निधन30 जनवरी 1948
निधन कैसे हुआ नाथूराम गोडसे ने गाँधी जी को गोली मरकर हत्या कर दी थी |

Mahatma Gandhi Ka Jivan Parichay in hindi

महात्मा गांधी जी के बारे में जानकारियां आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे आप यदि निबंध लिखना चाहते हैं तो आप इस प्रकार से लिख सकते हैं तो आपने महात्मा गांधी जी का नाम सुना ही होगा और यदि आप स्कूल में पढ़े हैं तो आपने अक्सर महात्मा गांधी जी का नाम सुना होगा यदि आपने सुना नहीं तो आपने भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तहत सभी नोटों पर गांधी जी होते हैं।

इन्हें इतनी बड़ी उपाधि कैसे मिली और क्यों मिली इसका यही कारण है कि इन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और उन्होंने मुख्य अहम रोल निभाया और शांति पूर्वक से अंग्रेजों को यहां से भगाएं और आजादी पाए इस आजादी के लिए उन्होंने बहुत कुछ खोया है और कुछ स्वतंत्रता सेनानी भी सम्मिलित हैं जैसे कि चंद्रशेखर आजाद और सरदार भगत सिंह यह खून खराबा एवं झगड़ालू किस्म के सिद्धांत वादी सेनानी थे लेकिन महात्मा गांधी जी को यह पसंद नहीं था वह शांतिपूर्वक से चलकर देश की आजादी को चाहते थे

जन्म महात्मा गांधी जी का 2 अक्टूबर 1869 में हुआ था जन्म स्थान गुजरात के पोरबंदर नामक गांव में हुआ था उनकी माता जी का नाम पुतलीबाई था और उनके पिताजी का नाम करमचंद गांधी इनके जन्म का नाम मोहनदास करमचंद गांधी का और उन्होंने पढ़ाई भावनगर के समलदास कॉलेज में पढ़ाई की इसके पश्चात वह लंदन चले गए और लंदन से बैरिस्टर की पढ़ाई कर लौटे।

गांधीजी लंदन आने के पश्चात वह साउथ अफ्रीका दक्षिण साउथ अफ्रीका उन्होंने वहां अवज्ञा आंदोलन शुरू कर दिया 1894 फिर भारत लौटे गांधीजी 1916 में और 1920 में कांग्रेस लीडर बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु हो जाती है इसके पश्चात गांधी जी को आगे का मार्ग दर्शन के लिए चुना जाता है 1914 से लेकर 1919 तक प्रथम विश्व युद्ध हुआ जिसमें गांधीजी ने ब्रिटिश सरकार को शर् पुरवा का सहयोग दिया

लेकिन उसके बदले पर गांधीजी को आजादी चाहिए थी लेकिन अंग्रेजों ने ऐसा नहीं किया और वह अपने वादे के मुताबिक बदल गए तब गांधी जी ने आजादी दिलाने के लिए उन्होंने कई सारे आंदोलन चलाए और बहुत सारे संघर्ष किए उन्होंने अपनी पूरी उम्र आंदोलन कर के जब तक देश आजाद नहीं हुआ तब तक वह आंदोलन करते रहे

  • 1920 में असहयोग आंदोलन
  • 1930 मैं अवज्ञा आंदोलन
  • 1942 मैं भारत छोड़ो आंदोलन

भारत छोड़ो आंदोलन करने के पश्चात में सभी अंग्रेज यहां से चले गए इस तरीके से एक गांधीजी ने आजादी भारत को दिलाई और इसलिए गांधीजी को भारत के राष्ट्रपिता के नाम से भी जानते हैं यदि आपसे कोई सवाल करें कि भारत का राष्ट्रपिता कौन है तो आप जवाब में महात्मा गांधी देना।

महात्मा गांधी जी की पुस्तकें

  • हिंदी स्वराज सन 1909 मे
  • ग्राम स्वराज
  • दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह 1924 में
  • मेरे सपनों का भारत
  • रचनात्मक कार्यक्रम इसका अर्थ और स्थान
  • सत्य के साथ मेरे प्रयोग एक आत्मकथा

गांधी जी ने इकाई सारी बुक लिखा है इनमें से आप गांधीजी के बारे में जान सकते हैं यदि आप इन किताबों को खरीदना चाहते हैं तो दिए गए लिंक के माध्यम से आप खरीद सकते हैं।

सारांश

देखो आज हमने जाना महात्मा गांधी जी के बारे में और mahatma gandhi ka jivan parichay व निबंध के बारे में आशा करता हूं आपको याद कल पसंद आया होगा यदि आपको पसंद आया है तो आप दूसरों को जरुर शेयर करें ताकि वह भी भारत के राष्ट्रपिता को पहचान सके और भारत के राष्ट्रपिता के नाम से क्यों जाना जाता है महात्मा गांधी जी को यह आपका काम है दूसरों तक पहुंचाना और दूसरों की मदद करना और महात्मा गांधी जी जैसे महान देशभक्त को दूसरों को बताकर प्रेरित करवाना मिलते हैं नए टॉपिक के साथ धन्यवाद

FAQs: महात्मा गांधी का जीवन परिचय

महात्मा गांधी का जन्म कब हुआ?

Mahatma Gandhi का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को प्रति वर्ष मनाया जाता है |

Mahatma Gandhi की बेटी का नाम क्या था?

महात्मा गांधी की बेटी का नाम राजकुमारी अमृत था |

1909 में गाँधी जी ने कौन सी किताब लिखी?

1909 में ‘हिन्द स्वराज’ लिखी थी |

महात्मा गांधी की मृत्यु कब हुई?

30 जनवरी 1948 को मृत्यु हुई

महात्मा गांधी किसने मारा?

नाथूराम गोडसे ने गोली मरकर हत्या की थी |

Mahatma gandhi ka janm kab hua tha?

2 October 1869

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