दोस्तों महालक्ष्मी कही जाने वाली माता लक्ष्मी जी का पाठ बहुत सारे लोग करते हैं क्या आपने कभी किया है इससे पहले कभी नहीं किया है और आपको याद नहीं है करना कैसे हैं आपको लक्ष्मी जी की आरती पढ़ेंगे और माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न करेंगे और माता लक्ष्मी जी की पूजा सभी वक्त ज्यादातर दीपावली में खास करके करते हैं क्योंकि महालक्ष्मी जी को सौभाग्य और शुभ की देवी कहते हैं
महालक्ष्मी जी की आरती
महालक्ष्मी जी की आरती गाने से पहले मैं आपको बता दूं माता लक्ष्मी जी को लड्डू के भोग लगाने चाहिए और महालक्ष्मी जी की पूजा गणेश विष्णु भगवान जी के साथ है तो भक्तों को दोगुना फल प्राप्त होता है आपको बता दें आपकी जानकारी के लिए कि मां लक्ष्मी जी का पूजा पाठ करने से घर की आर्थिक स्थिति सही हो जाती है यदि आपकी हर की स्थिति सही नहीं चल रही है तो आप महालक्ष्मी जी की आरती का पाठ करें आपके घर में हो रही पैसे की तंगी दूर हो जाएगी
माता लक्ष्मी जी की आरती कैसे करें?
माता लक्ष्मी जी की आरती करने के लिए आपको नहाने के पश्चात स्वच्छ कपड़े पहन लेना है और आरती करते समय ऊंची राख के साथ मध्यम स्वर्ग और मध्यम वर्ग में आरती को गाएं आरती का उच्चारण सभी शुद्ध शब्दों से होना चाहिए और मधुर शब्दों से।
लक्ष्मी जी की आरती लिखी हुई
lakshmi ji ki aarti: आइए सभी भक्तों साथ मिलकर महालक्ष्मी जी की आरती गाते हैं प्रेम से बोलिए महालक्ष्मी जी की जय।।
ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
लक्ष्मी जी की आरती वीडियो
FAQs: लक्ष्मी जी की आरती
आप सुबह और साम दोनों समय कर सकते है |
लक्ष्मी जी की आरती करते समय आपका मन और तन दोनों स्वच्छ होना चाहिए और एकाग्र मन से करना चाहिए । आप नहाकर स्वच्छ कपड़े पहनकर मां लक्मी जी की पूजा करें।