प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना का उद्देश्य भारत के गाँवो में बारहमासी सड़क नेटवर्क को तैयार करना है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना को ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 25 दिसंबर 2000 में प्रारम्भ किया गया।
योजना के ये सभी लाभ एवं महत्वा है।
>ग्रामीण विकास के लिए ग्रामीण सड़कों का जुड़ाव महत्वपूर्ण है। >यह सामाजिक आर्थिक परिस्थितियों में सुधार के द्वार खोलता है। >ग्रामीण भारत में जीवन स्तर को बढ़ाता है और कृषि आय को बढ़ावा देता है।
>मजबूत , मौसम प्रतिरोधी सड़कों का निर्माण करके जो कारों और उत्पादों के सुचारू संचलन की गारंटी देते हैं। >PMGSY कनेक्टिविटी और पहुंच की कमी को समाप्त करना चाहता है।
बेहतर कनेक्टिविटी, मजबूत सड़कों और अन्य सुविधाओं वाले क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं, करियर की संभावनाओं, शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों और जीवन की बेहतर गुणवत्ता का अक्सर आनंद लिया जाता है।
>PMGSY Connectivity में ग्राम को कृषि बाजार से जोड़ा जाता है। > इससे किसानो का बाजार तक पहुँच बढ़ने से क्रय-विक्रय में सरलता बढ़ती है।
PMGSY के सभी 3 Phase की जानकारी इस प्रकार है :
PMGSY-I यह वर्ष 2000 में प्रारम्भ किया गया (सितंबर 2022 तक)
>100% केंद्र सरकार द्वारा फंडेड थी। >इस फेज में केवल एक सड़क को जोड़ा गया। >PMGSY के तहत कोई भी नया काम नहीं किया जा सकता है अगर यह पहले से ही एक बारहमासी सड़क से जुड़ा हुआ है।
PMGSY-II यह वर्ष 2013 में प्रारम्भ किया गया (सितंबर 2022 तक)
>PMGSY-II के तहत, ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए पहले से ही ग्रामीण संपर्क के लिए बनाई गई सड़कों का उन्नयन किया जाना था। >12वीं पंचवर्षीय योजना अवधि के लिए PMGSY-II के तहत 50,000 किलोमीटर लंबाई का लक्ष्य।
PMGSY-II यह वर्ष 2019 में प्रारम्भ किया गया (सितंबर 2022 तक)
>ग्रामीण कृषि बाजारों (GrAMs), उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों और अस्पतालों के लिए बस्तियों को जोड़ने वाले मार्गों और प्रमुख ग्रामीण लिंक के माध्यम से जोड़ा जाना चाहिए।